Wednesday, November 12, 2008

नन्ही खुशी " मेरी प्यारी-२ भतीजी इतिश्का"

"आज हमारे घर एक नन्ही खुशी आई है
बनकर मुस्कान सबके लबो पर छाई है
देखते हैं सब प्यार से बार बार उसे
जो बनकर हमारे लिए एक तोहफा आई है
आज हमारे घर एक नन्ही खुशी आई है"

"बसी है उसी में जान हम सबकी
लगती है वो एक नन्ही परी सी
देखता है उसे कोई जब भी , कहीं भी
कहता है हमने कुदरत की मेहरबानी पाई है
आज हमारे घर एक नन्ही खुशी आई है"

"मैं उसे देख कर फूला नहीं समता हूँ
सारे जहाँ की खुशियाँ संग उसी के पाता हूँ
बनकर एक आफ़ताब उसने रौशनी फैलाई है
आज हमारे घर एक नन्ही खुशी आई है"

"अक्स"

No comments: